इंजिनियर्स ने नींद में दूसरे ही प्लेन की कर डाली मरम्मत
लंदन
ब्रिटिश एयरवेज के प्लेन के एक इंजन में आग लगने के बाद हीथ्रो एयरपोर्ट पर इमर्जेंसी लैंडिग की घटना में एक हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल लगातार काम से थके हुए इंजिनियर्स ने नींद की खुमारी में इस प्लेन के इंजन कवर्स को खुला छोड़कर किसी दूसरे ही प्लेन की मरम्मत कर डाली थी।
यह घटना मई 2013 की है। लंदन से ओस्लो की फ्लाइट A319 इंजिनियर्स की इस भूल का शिकार होने से बाल-बाल बच गई थी। प्लेन के उड़ान भरते ही उसके दोनों इंजन कवर्स उड़ गए थे और उसमें से एक इंजन में आग लग गई थी।
इसके बाद प्लेन की इमर्जेंसी लैंडिंग कराई गई थी। इमर्जेंसी लैंडिंग के दौरान प्लेन के इंजन का मलबा रनवे पर बिखर गया था। एयर एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की रिपोर्ट के मुताबिक दरअसल ऐसा इंजिनियर्स की बड़ी चूक से हुआ था। हीथ्रो एयरपोर्ट पर मेंटिनेंस ऑपरेशन के दौरान उन्होंने इंजन कवर्स को खुला छोड़ दिया था।
नाइट शिफ्ट के दो इंजिनियरों को प्लेन में इंजन ऑइल भरना था और फैन कॉइल लॉक करनी थी, लेकिन नींद की खुमारी में वे दूसरे ही प्लेन की मरम्मत में जुट गए।
जांच में पता चला की ब्रिटिश एयरवेज के इन टेक्निशन्स ने लगातार सात दिन तक दिन-रात 70 घंटे से ज्यादा काम किया था। ब्रिटिश एयरवेज ने शुरुआत में उन्हें सस्पेंड कर दिया था, लेकिन उन्हें नौकरी से नहीं निकाला जाएगा। दिलचस्प बात यह थी कि टेकऑफ से पहले इस भारी चूक को पायलट और ग्राउंड स्टाफ भी नहीं पकड़ पाए।
ब्रिटिश एयरवेज के प्लेन के एक इंजन में आग लगने के बाद हीथ्रो एयरपोर्ट पर इमर्जेंसी लैंडिग की घटना में एक हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल लगातार काम से थके हुए इंजिनियर्स ने नींद की खुमारी में इस प्लेन के इंजन कवर्स को खुला छोड़कर किसी दूसरे ही प्लेन की मरम्मत कर डाली थी।
यह घटना मई 2013 की है। लंदन से ओस्लो की फ्लाइट A319 इंजिनियर्स की इस भूल का शिकार होने से बाल-बाल बच गई थी। प्लेन के उड़ान भरते ही उसके दोनों इंजन कवर्स उड़ गए थे और उसमें से एक इंजन में आग लग गई थी।
इसके बाद प्लेन की इमर्जेंसी लैंडिंग कराई गई थी। इमर्जेंसी लैंडिंग के दौरान प्लेन के इंजन का मलबा रनवे पर बिखर गया था। एयर एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की रिपोर्ट के मुताबिक दरअसल ऐसा इंजिनियर्स की बड़ी चूक से हुआ था। हीथ्रो एयरपोर्ट पर मेंटिनेंस ऑपरेशन के दौरान उन्होंने इंजन कवर्स को खुला छोड़ दिया था।
नाइट शिफ्ट के दो इंजिनियरों को प्लेन में इंजन ऑइल भरना था और फैन कॉइल लॉक करनी थी, लेकिन नींद की खुमारी में वे दूसरे ही प्लेन की मरम्मत में जुट गए।
जांच में पता चला की ब्रिटिश एयरवेज के इन टेक्निशन्स ने लगातार सात दिन तक दिन-रात 70 घंटे से ज्यादा काम किया था। ब्रिटिश एयरवेज ने शुरुआत में उन्हें सस्पेंड कर दिया था, लेकिन उन्हें नौकरी से नहीं निकाला जाएगा। दिलचस्प बात यह थी कि टेकऑफ से पहले इस भारी चूक को पायलट और ग्राउंड स्टाफ भी नहीं पकड़ पाए।
Comments
Post a Comment